आज खेलों को युद्ध की तरह खेला जा रहा और युद्ध को खेलों की तरह लड़ा जा रहा है।"

भारत (India)
7th of जून 2019

ओस्लो में चल रही दूसरी एंटी डोपिंग स्पोर्ट्स कॉन्फ्रेंस में श्री श्री ने कहा," आज खेलों को युद्ध की तरह खेला जा रहा और युद्ध को खेलों की तरह लड़ा जा रहा है।"

रिपोर्टर और लेखक,डेविड वाल्श,जिन्होंने लैंस आर्मस्ट्रॉन्ग और व्यवस्थित रूप से चल रहे डोपिंग कांड का खुलासा किया,को २०१९ के एथिक्स इन स्पोर्ट्स पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

ओस्लो: पिछले वर्ष खेल जगत में आए वैश्विक डोपिंग संकट ने सबको हिला कर रख दिया था।इस वर्ष की एनुअल ग्लोबल एंटी डोपिंग इन स्पोर्ट्स कॉन्फ्रेंस में उत्साह से परिपूर्ण विचार - विमर्श ,विश्लेषण और बहुमूल्य विचारों का आदान - प्रदान किया गया।ताकि खिलाड़ी,खेल ,प्रायोजक और प्रसारणकर्ता निकट आकर एक साथ कार्य कर सकें,जिससे कि खेलों में स्वच्छता और आचार नीति को जवाबदेही के साथ बनाए रखा जा सके।

वर्ल्ड फोरम फॉर एथिक्स इन बिजनेस ( डब्लू एफ ई बी ) एवम् एंटी डोपिंग नॉर्वे एंड फेयर स्पोर्ट् द्वारा आयोजित द सेकेंड एंटी डोपिंग इन स्पोर्ट्स कॉन्फ्रेंस का विषय था " खिलाड़ी ,खेल,प्रायोजक और प्रसारणकर्ता - स्वच्छ और आचार नीति सहित खेलों में सहयोग।"

अंतरराष्ट्रीय खेल दर्शकों द्वारा चलते और संसाधित होते हैं,प्रसारणकर्ताओं और मीडिया कवरेज द्वारा प्रसारित होते हैं और यही आयोजनकर्ताओं और समर्थकों का आधार होते हैं,जो खेल जगत के
 ' नायकों ' से जुड़े उत्पाद खरीदते हैं।यह कॉन्फ्रेंस, वर्तमान परिदृश्य के आकलन और प्रत्येक शेयर धारक के परिप्रेक्ष्य के अनुसार उनसे शेयर लेकर तथा किस प्रकार से आचार नीति को लेकर जवाबदेही तय की जाए,ताकि खेलों में विश्वास का निर्माण और आचार नीति को लागू किया जा सके,इस पर आधारित थी।

पिछले वर्ष रूस में हुए खेल इतिहास के सबसे बड़े संगठित डोपिंग कांड ने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया था और इससे खेल प्रशंसकों में विश्वास की भारी कमी आई थी।वह समय बड़ा महत्वपूर्ण था,जिसमें २५० से अधिक प्रतिनिधि ,जिनमें विश्वभर के २७ देशों के नेशनल डोपिंग एजेंसी और स्पोर्ट्स फेडरेशन के प्रमुख शामिल थे, जो आचार नीति और एंटी डोपिंग को लेकर विचार मंथन कर रहे थे।

मुख्य वक्ताओं में गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ,वैश्विक मानवतावादी और वर्ल्ड फोरम फॉर एथिक्स इन बिजनेस और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक; डेविड वाल्श, लेखक और सन्डे टाइम्स के पुरस्कार विजेता पत्रकार ,जिन्होंने लैंस आर्मस्ट्रॉन्ग के डोपिंग कांड के बारे में लिखा और रिपोर्टिंग की थी; विबेक सोरेंसन,नॉर्वे ओलंपिक कमेटी के प्रथम उपाध्यक्ष;लिंडा होफस्टेड हेलेनलैंड,वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी की उपाध्यक्ष;पेट्रिया थॉमस,ऑस्ट्रेलिया की ओलंपिक तैराक और स्वेन आर्ने हैनसेन, यूरोपियन एथलेटिक्स के अध्यक्ष,शामिल थे।

गुरुदेव ने अपने मुख्य संबोधन में यह कहा कि खेलों में आचार नीति को बनाए रखने के लिए खिलाड़ियों पर आचार नीति के नियमों को थोपने के बजाय सही मानसिकता का होना बहुत महत्वपूर्ण है।ताकि,जब कोई उन्हें ना भी देख रहा हो,तब भी वे आचार नीति के अनुसार कार्य करें।गुरुदेव ने कहा," खेल आनंद की अभिव्यक्ति है।यह इस प्रकार का आनंद नहीं है ,जो आपको लॉटरी जीतने पर मिलता है।खेलों में आनंद की प्रक्रिया उसी क्षण से आरंभ हो जाती है,जब खिलाड़ी पहली किक मारता है।यही खेलों की आत्मा है,जिसके साथ ये मौलिक रूप से आरंभ हुए थे।"

गुरुदेव ने आगे बताया कि खेलों में किस प्रकार से मैच फिक्सिंग और डोपिंग जैसे अनैतिक अभ्यास आरंभ हुए।" आज खेल युद्ध की तरह खेले जाते हैं और युद्ध एक खेल की तरह लड़े जाते हैं।इस प्रक्रिया को पलटना होगा और यह केवल आचार नीति के द्वारा ही संभव है।उन्होंने कुछ स्थानों पर डोपिंग के संस्थागत होने के बारे में भी सावधान किया। एक ओर तो हम ऐसे लोगों की निन्दा करते हैं,जो अनैतिक व्यवहार करते हैं।दूसरी ओर ऐसे लोग भी हैं,जो खिलाड़ियों को अनैतिक व्यवहार करने के लिए प्रेरित करते हैं।हमें ऐसे लोगों को खोजना होगा।इसके लिए,प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना होगा ( और अपना योगदान देना होगा )।"

यह कहते हुए,गुरुदेव ने यह भी बताया कि विश्व भर में ऐसे खिलाड़ी भी हैं,जिन्हें आचार नीति,ईमानदारी से खेलने और डोपिंग जैसी मुश्किल परस्पर क्रिया से होकर गुजरने के लिए मदद की आवश्यकता है। विबेक सोरेंसन,नॉर्वे ओलंपिक कमेटी के प्रथम उपाध्यक्ष ने इस विचार का समर्थन किया।

वाल्श ने कहा," आप अनैतिक हो सकते हैं ,लेकिन फिर भी आप कानूनी तौर पर सही हो सकते हैं।आज यह मानसिकता खेलों का हिस्सा बन गई है।हमें सदैव चौकन्ना रहने की आवश्यकता है।"

इस बहु - हितधारक कॉन्फ्रेंस में खेलों में आचार नीति और ईमानदारी से खेलने के आदर्शों का भी सम्मान किया गया,जैसे - डेविड वाल्श,जिन्हें डब्लू एफ ई बी के एथिक्स इन स्पोर्ट्स अवॉर्ड ,२०१९ में एक 
" बेहतरीन व्यक्ति " की श्रेणी में सम्मानित किया गया।

वर्ल्ड फोरम फॉर एथिक्स इन बिजनेस के प्रबंध निदेशक,क्रिस्टोफर ग्लेज ने अपने संबोधन में कहा,
 " आज हम एक ऐसे व्यक्ति को सम्मानित करने जा रहे हैं,जिन्होंने खेलों में आचार नीति को बनाए रखने के लिए एक बेहतरीन प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है।इसके लिए उन्होंने अपने पेशेवर कैरियर के छूट जाने की एक बहुत बड़ी क़ीमत चुकाई। हमारे २०१९ के एथिक्स इन स्पोर्ट्स अवॉर्ड के विजेता ने अंतरराष्ट्रीय साइक्लिंग और विशेषकर लैंस आर्मस्ट्रॉन्ग और यू एस पोर्टल सर्विस साइक्लिंग टीम में व्याप्त व्यवस्थित डोपिंग को उजागर करने के लिए १३ साल तक संघर्ष किया।।डेविड वाल्श में वह निष्ठा और अतः प्रज्ञा थी कि उन्होंने खेलों में होने वाले पेशेवर और सफल डोपिंग प्रोग्राम का खुलासा किया ,जो खेलों के इतिहास में शायद ही कभी हुआ होगा।यह डोपिंग प्रोग्राम भ्रष्टाचार,लालच और झूठ पर आधारित था।"

कुछ अन्य विषय भी थे ,जिन पर कॉन्फ्रेंस के दौरान चर्चा की गई,जैसे - " खिलाड़ियों के अधिकारों में व्यावसायिक भागीदारों की भूमिका और खिलाड़ियों की सुरक्षा " ; "मीडिया परिप्रेक्ष्य "( डेविड वाल्श,लेखक और सन्डे टाइम्स के पुरस्कार विजेता पत्रकार,द्वारा संबोधन ) ; " खिलाड़ी का परिप्रेक्ष्य - स्वच्छ और आचार नीति सहित खेलों में खिलाड़ी,प्रायोजक और प्रसारणकर्ता की भूमिका " 
( पैट्रिया थॉमस और पीटर कौकल ,ओलंपिक खिलाड़ी, द्वारा संबोधन ) ; " संकट प्रबंधन ,खेलों के प्रसारण के लाइसेंस धारक बनने और उसी खेल से संबंधित संपादकीय समाचार सामग्री को संप्रेषित करने के बीच दुविधा को दूर करना " और " स्वच्छ एवं आचार नीति सहित खेलों में खेल फेडरेशन की भूमिका " ।