1 मार्च 2022, बेंगलुरु

महाशिवरात्रि २०२२

महाशिवरात्रि २०२२ गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी के साथ!

महाशिवरात्रि शिव का दिन है| जहाँ भी सत्य है, उदारता है, सौन्दर्य है ; वहाँ निश्चित रूप से 'शिव' है| और प्रकृति में कोई भी ऐसा स्थान नहीं, जहाँ शिव न हो| परन्तु शिव कोई व्यक्ति नहीं, अपितु समस्त सत्ता का ‘मूल’ है| शिव तत्व  सर्व विद्यमान है| शिव-तत्त्व ही जीवन का ‘सार’ है|

महाशिवरात्रि का दिन, वास्तविकता में भीतर के "शिव-तत्त्व" की अनुभूति करने का दिन है| महाशिवरात्रि, असीम "शिव ऊर्जा" के भीतर ध्यान में डूबने और अनंत उत्सव मनाने का दिन है| वर्ष भर में, कुछ विशेष दिन समस्त मानव जाति के आध्यात्मिक और मानसिक विकास के लिए अति पवित्र माने जाते हैं| महाशिवरात्रि उन सभी शुभ अवसरों में विशेष है|

2022 में, महाशिवरात्रि कब है?

महाशिवरात्रि, 1 मार्च 2022, को मनायी जाएगी|

शिवरात्रि का पर्व, ईश्वरीय सत्ता में परम शान्ति, गहन समझ के साथ उसमे 'एक' हो जाने का उत्सव है| आर्ट ऑफ़ लिविंग बैंगलोर आश्रम, शिवरात्रि पर्व में सम्मिलित होने के लिए आपका हार्दिक स्वागत करता है|

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क्या करें महाशिवरात्रि पर?

ध्यान या फिर उपवास! शिवरात्रि पर क्या करना अधिक लाभदायक रहता है? जानें, इस शुभ दिन पर कौन सा तरीका ईश्वर से जुड़ने के लिए होगा सबसे बेहतर! …….​



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कौन है शिव?

शिव वह निराकार चेतना है जिसका कोई निश्चित आकार नहीं है| शिव-ऊर्जा आनंद की परम अवस्था है| और अधिक जानने के लिए और आगे पढ़ें…..

महाशिवरात्रि का महत्त्व

महाशिवरात्रि के पर्व पर हम शिव जी की उपासना करते हैं। भक्तजन सारी रात जागकर इस शुभ प्रहर में शिवरात्रि  का उत्सव मानते हैं। यज्ञ, वेद मंत्रों के उच्चारण, साधना और ध्यान के माध्यम से वातावरण में दिव्यता की अनुभूति होती है। अधिक जानने के लिए और आगे पढ़ें….

लोगों के अनुभव