एक प्रयास रहित अभ्यास प्रभावशाली कैसे हो सकता है?
यह किस प्रकार से काम करता है,इसे समझने के लिए इस छोटे से वीडियो को देखिए।
यद्यपि यह बहुत सहज है किन्तु ध्यान की यह प्राचीन पद्धति अत्यधिक प्रभावशाली ह|
सामान्यतः दिखाई देने वाले लाभ निम्नलिखित हैं:
- मानसिक स्पष्टता
- ऊर्जा में वृद्धि
- बेहतर शारीरिक स्वास्थ्य
- संबंधों में सुधार
- मन की शांति
प्रतिभागियों के अनुभव
सहज समाधि ध्यान का आनंद
स्रोत से जुड़ें
सहज समाधि ध्यान कार्यक्रम आपके चेतन मन को, आपके अपने स्वभाव की मौन गहराईयों का अनुभव करने के लिए प्रशिक्षित करता है।
संस्कृत में सहज का अर्थ है,बिना प्रयास के।समाधि ध्यान है - जागृत अवस्था, सुसुप्तावस्था और स्वप्नावस्था से परे एक सहज अवस्था,जो असीमित ऊर्जा,बुद्धिमत्ता और रचनात्मकता का स्रोत है और एक ऐसा स्थान है,जहाँ अनंत शांति है।
सहज समाधि ध्यान के अभ्यास से हमारे दैनिक जीवन में ऊर्जा में वृद्धि,स्पष्टता,आनंद और गहरी आंतरिक शांति जैसे गुण आते हैं।
सीखने में सरल
सहज समाधि ध्यान सहज और प्रयास रहित है। मन और शरीर,दोनों ही एक गहरी और अद्भुत विश्राम की अवस्था में विश्राम करते हैं,जहाँ गहरा तनाव मिट जाता है और एक व्यक्ति को असीमित शांति,आनंद और रचनात्मकता का अनुभव होता है।
इसे कोई भी सीख सकता है और कुछ घंटों के प्रशिक्षण में पूर्ण रूप से कुशल बन सकता है।
इस ध्यान के द्वारा मिलने वाले लाभ तात्कालिक,वास्तविक और संचयी होते हैं और यह अभ्यास अपनेआप में ही विश्राम देने वाला और आनंददायक है।
कार्यक्रम का प्रारूप
विशेषज्ञों द्वारा दिया जाने वाला प्रशिक्षण,जो प्रभावशाली ध्यान करने में जीवनभर आपकी मदद करता है।
यह सचेतन अवस्था,एकाग्रता और निर्देशित ध्यान से किस प्रकार से भिन्न है?
निर्देशित ध्यान की तरह,सहज समाधि सीखने के लिए सहायक उपकरणों या निर्देशों की आवश्यकता नहीं होती है।और यह सामान्यतः आपको और भी अधिक शांति एवम् गहराई में ले जाता है।
सहज समाधि ध्यान का अर्थ है," बिना किसी प्रयास के ध्यान "।इसमें एकाग्रता ध्यान की भांति ना तो मन को एकाग्र करने की आवश्यकता होती है और ना ही सचेतन ध्यान की भांति आने वाले विचारों और भावनाओं पर सतर्कता पूर्वक ध्यान देने की आवश्यकता होती है।इसलिए,सचेतन या एकाग्रता ध्यान,जिन्हें सीखने में मानसिक प्रयास की आवश्यकता होती है और जिन पर महारत हासिल करने में बहुत लंबा समय लगता है,की अपेक्षा इसे सरलता और शीघ्रता से सीखा जा सकता है।
प्रतिपादक
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी,
विश्व विख्यात मानवतावादी और आध्यात्मिक गुरु
सहज समाधि ध्यान केवल उन शिक्षकों के द्वारा सिखाया जाता है,जिन्हें गुरुदेव श्री श्री रविशंकर व्यक्तिगत रूप से प्रमाणित करते हैं।यह ध्यान उस परंपरा से आया है, जो हज़ारों वर्ष पुरानी है और जिसे पूर्ण शुद्धता के साथ संरक्षित किया गया है,ताकि आपको ध्यान का स्पष्ट अनुभव मिले।
गुरुदेव बताते हैं कि कैसे सहज समाधि सरलता के साथ गहराई का एक दुर्लभ संयोजन है और किस प्रकार से ध्यान को शिक्षकों ने हज़ारों वर्षों तक सिखाया और अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने के बाद भी इसकी प्रामाणिकता को बनाए रखा।
“समाधि में,ध्यान की उस गहरी अवस्था में,आपको ऊर्जा और लंबे समय तक रहने वाले परमानंद की प्राप्ति होती है।यह आपको तब तक ऊंचे से भी ऊंचे स्तर पर ले जाती है,जब तक कि आपकी उपस्थिति में प्रेम प्रवाहित ना होने लगे।”
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक एवम् सहज समाधि ध्यान के निर्माता