आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आरम्भ किये गए अभियान ड्रग फ्री इंडिया को खेल कूद,मनोरंजन और राजनीति के क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों ने श्री श्री रविशंकर का सर्मथन किया। आर्ट ऑफ लिविंग के ड्रग फ्री इंडिया अभियान को दक्षिण और बॉलीवुड की प्रमुख हस्तियां समर्थन में आई

भारत (India)
16th of फ़रवरी 2019

बंगलुरु: आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा अनेक नशा मुक्ति कार्यक्रम चलाए गए हैं, उन्हीं में से एक है ड्रग फ्री इंडिया अभियान जिस पर सोशल मीडिया में तूफान ला दिया  है ।ड्रग फ्री इंडिया सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है और भारत की ड्रग्स  की समस्या पर विस्तृत चर्चा आरंभ हो गई है। इस अभियान से अविरल गति से लगभग 80 सेलिब्रिटीज, बिजनेस लीडर्स पॉलिटिकल नेता और प्रमुख खिलाड़ी इस अभियान से जुड़ गए हैं। मात्र 9 घण्टों में ही सोशल बेअरिंग डेटा के अनुसार, इस अभियान को 82 लाख प्रतिक्रिया प्राप्त हो गयी थी, इसमें 4200 प्रमाणित ट्वीटर  एकाउंट शामिल है, और ये संख्या निरन्तर बढ़ रही है।

"जब मनुष्य पर तनाव बढ़ता है तो इस तरीके की नशे में उलझ जाता है," गुरुदेव श्री श्री रविशंकर आर्ट ऑफ लिविंग इन के संस्थापक ने बताया, "यदि आप अपने तनाव को संभालने में अध्यात्मिक माध्यम से जैसे ध्यान, प्राणायाम और योग का सहारा लेते हैं, तो आपका दृष्टिकोण जीवन के प्रति बदल जाता है। अनेक युवा इस प्रकार के नशे से ग्रस्त हो कर अपने जीवन को नष्ट कर रहे हैं। इस भयंकर विकट समस्या का अंत करने के लिए संस्था ने भारतवर्ष में ड्रग फ्री इंडिया अभियान चलाया है।"

इस अभियान में एक हिस्सा SWAT (सोशल वैलनेस एंड अवेयरनेस ट्रेनिंग) क्लब है, जिसने कॉलेज कैंपस में जाकर इसके प्रति जागरूकता फैलाई है। इस क्लब में विद्यार्थी, प्राध्यापक, चिकित्सक और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं। उन्होंने यह कार्यक्रम पूरे वर्ष चलाया है और युवाओं को इस और जाने से रोकने का प्रयास किया है।

आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा चलाए गए अब तक के नशा मुक्ति अभियान:

* बेंगलुरु और कोलकाता में चलाए गए डीएडिक्शन केंद्रों पर लगभग 3000 युवाओं को ड्र्ग्स से मुक्ति दिलाई है । और 200000 लोगों को इसके प्रति सजग किया है।

* एम्स के साथ मिलकर विद्यालय स्तर पर अनेक इस तरह की कार्यशाला आयोजित की, जिसमें 4 राज्यों के 1000 विद्यालय जिसमें प्रिंसिपल, विद्यार्थी, अध्यापक, नीति निर्धारक और प्रशासनिक अधिकारियों ने ड्रग के प्रयोग को रोकने के सुझाव दिए । इन कार्यक्रमों में ड्रग्स से बचाव की नीति जीवनशैली में परिवर्तन के कार्यक्रम और आर्ट ऑफ लिविंग यूथ एंपावरमेंट सेमिनार के माध्यम से ड्रग के प्रयोग को रोकने के तरीके बताए गए हैं।

* गत 6 माह में पंजाब के 80 गांव में लगभग 10,000 नशे के आदि लोगों को अपने रेगुलर फॉलो अप के माध्यम से नशा मुक्ति की तरफ जाने के लिए प्रेरित किया।

* अनेक समुदायों ने इस प्रकार के सहयोग के कार्यक्रम चला कर ड्रग की  समस्याओं को रोकने का कार्य किया है। उदाहरण के तौर पर आर्ट ऑफ लिविंग में अनेक एनजीओ के साथ और गणमान्य व्यक्तियों के साथ मिलकर चंडीगढ़ में एक पीआईएल दाखिल की है। हरियाणा हाई कोर्ट में स्वास्थ्य मंत्रालय को इस प्रकार के नशे को रोकने के लिए आदेशित किया।

* करेली गांव में आर्ट ऑफ लिविंग से प्रेरित होकर अनेक महिलाएं शराब की दुकान के बाहर बैठकर उनका बहिष्कार किया और पूरे गांव को शराब से मुक्ति दिलाई।

* युथ लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम, जिसने मराठवाड़ा में एक नशामुक्ति अभियान चलाया और इसमें 5500 लोग शामिल हुए, इन में से 2500 नशे से दूर हुए, 50 व्यक्ति स्थानीय स्तर पर अच्छे पदों पर बैठे और एक नगराध्यक्ष चुना गया।

18 फ़रवरी से आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था देशभर को नशे से मुक्त करने के लिये एक अभियान की शुरुवात करने जा रहा है जिसका नाम है "ड्रग फ्री इंडिया"। यह अभियान की शुरुवात 18 फ़रवरी को चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ में आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर और मशहूर फ़िल्म अभिनेता संजय दत्त की मौजूदगी में  होगी। वही दुसरे दिन, यानि 19 फ़रवरी, गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी, हिसार में हरियाणा सरकार के सहयोग से इसी अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा।

फ़िल्म जगत के अन्य सितारे जैसे - वरुण धवन, सोनाक्षी सिन्हा, परिणीति चोपड़ा, कपिल शर्मा और  बादशाह भी ड्रग फ़्री इंडिया अभियान में शामिल होंगें।