देश के वाहक बनिए- श्री श्री

भारत (India)
15th of जनवरी 2017

श्री श्री का स्वागत किया एक लाख विद्यार्थियों ने!

कोटा 15 जनवरी 2017-  कोटा में आज श्री श्री रविशंकर जी द्वारा एक लाख युवाओं को देशप्रेम से ओत-प्रोत और आशावान बने रहने के लिए संदेश दिया। कार्यक्रम का पूरा महौल पूर्णतः चमत्कृत कर देने वाला था। विद्यार्थियों के जोश और उत्साह के मध्य मानवतावादी संत और आध्यात्मिक लीडर श्री श्री ने कोटा के सात कोचिंग संस्थानों के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन दिया। इसके बाद उन्होंने विद्यार्थियों से आपसी वार्तालाप के साथ एक सशक्त ध्यान के माध्यम से उन्हें मंत्र मुग्ध कर दिया।

इस कार्यक्रम में राजस्थान की मुख्यमंत्री माननीय वसुंधरा राजे सिंधिंया भी उपस्थित थी। इस अवसर पर उन्होंने अपने मत को बहुत ही खुबसूरती से व्यक्त किया कि, ‘‘सभी सात कोचिंग संस्थान आपस में व्यवसायिक रूप से प्रतिस्पर्धी हैं लेकिन इस प्रयास से वे एक ही मंच पर आज उपस्थित हैं।’’

इस अवसर पर गुरूदेव ने आगे कहा कि ‘‘एक युवा के लक्षण है स्वप्न देखना, देश के लिए कुछ कर गुजरना चाहे वह कोई भी क्षेत्र हो, खेल, कला, साहित्य।’’

श्री श्री ने कहा कि वे एक विश्वास अपने अंदर रख लें कि जो भी उनके साथ होगा वह उनके लिए सर्वश्रेष्ठ होगा। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे किसी भी प्रकार की बुरी आदतों का शिकार बनने से बचें और आध्यात्म व ध्यान इन सबसे उॅंचे नशे हैं जो उन्हें शराब आदि से बेहतर जीवन दे सकते हैं।

ग्ुरूदेव ने कहा कि वे इस दुनिया के वाहक बने क्योंकि यह दुनिया आपसे एकात्म है और दुनिया को आपकी जरूरत भी है।

एक जीवंत माहौल में गुरूदेव ने विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए। इन प्रश्नों में माता-पिता की महत्वाकांक्षाओं से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं से कैसे गुज़रें, दूसरों से तुलना आदि विषयों पर वृहद प्रश्नों के उत्तर दिये। विद्यार्थियों ने आध्यात्म व ध्यान की आवश्यकताओं पर भी प्रश्न पूछे।

श्री श्री ने कहा कि जीवन एक उत्सव है। आगे उन्होंने कहा, ‘‘जब तनाव पैदा होता है, हम उदास होते हैं, अवसाद में होते हैं और लोग इसी का फायदा उठाकर दुरूपयोग करना प्रारंभ कर देते हैं। इस समय युवाओं को पत्थर फैंकने या विरोधी गतिविधियों में उलझा देते हैं। आध्यात्म व ध्यान इन सबसे हमें बाहर निकालता है।

कोटा में चलाए जा रहे छः माह के कैंपेन ‘‘स्प्रेडिंग स्माईल, कोटा’’ जिसके तहत लगभग 80000 विद्यार्थियों द्वारा ध्यान सीखा गया। यह केंपेन आर्ट आॅफ लिविंग द्वारा प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए जबकि वे उच्चतम तनाव के दौर से गुजर रहे होते हैं, के लिए आयोजित किया गया था। कोटा वास्तव में भारत की कोचिंग संस्थानों की राजधानी है। इसके साथ ही आर्ट आॅफ लिविंग की शक्तिशाली श्वास तकनीक सुदर्शन क्रिया का लाभ भी 6000 विद्यार्थी ले चुके हैं।

इस कैंपेन को डाक्टरों, इंजीनियरों, प्रोफेशनल लोगों की एक स्वयंसेवक टीम द्वारा जुलाई 2016 से प्रारंभ किया गया और युवाओं को किस तरह से चुनौतियों का सामना करना है इसके विषय में विस्तृत रूप में बताया गया।

इस कार्यक्रम के बाद गुरूदेव जयपुर के लिए रवाना हो गए जहाॅं वे किसानों व गांव प्रमुखों से मिलेंगे। इसे एफआईसीसीआई की महिला विंग द्वारा आयोजन किया गया है।

‘‘स्प्रेडिंग स्माईल, कोटा’’ के महत्वपूर्ण आकर्षण-

  • 20 फुल टाईम स्वयं सेवक व शिक्षकों द्वारा इसे पूर्ण किया गया।
  • 80000 विद्यार्थियों द्वारा होस्टल और कक्षाओं में ध्यान का लाभ लिया गया।
  • आर्ट आॅफ लिविंग की शक्तिशाली श्वास तकनीक सुदर्शन क्रिया का लाभ भी 6000 विद्यार्थी ले चुके हैं।
  • देश की नामी कोचिंग संस्थान रेजोनेंस के 110 फसिलिटेटरों द्वारा हैप्पीनेस कार्यक्रम का अनुभव लिया गया।
  • 6 बडे संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें 14000 शिक्षक और विद्यार्थियों ने भाग लिया।
  • देश भक्ति पर आधारित कार्यक्रम ‘‘देश मेरे’’ जिसे शासन द्वारा प्रायोजित किया गया था को भी 800 शिक्षकों, प्रशासकों, राजनीतिज्ञों द्वारा देखा गया।