चुनौतियाँ
उग्रवादियों और सरकारों के बीच, समुदाय के सदस्यों के बीच विश्वास की और व्यक्तियों में गहरा तनाव
रणनीति
संवाद,विशेष अघात-राहत और तनाव-राहत कार्यशालाएँ
पुनर्वास
चरमपंथी संगठनों के 7400+ सशस्त्र विद्रोहियों का पुनर्वास किया गया और उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल किया गया
संक्षिप्त विवरण
विश्व शांति के लिए संघर्ष समाधान करना आवश्यक है, जो कि एक जटिल कार्य है| निहित स्वार्थ, हिंसा का लम्बे समय तक चलने का इतिहास, विश्वास और संचार की कमी के साथ साथ लोगों में अधिक तनाव - यह सब मिलकर टकरावों को ख़तम करने का कार्य मुश्किल बना देते हैं|
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी का यह विश्वास है कि इन जटिल चुनौतियों को धैर्य और दृढ़ता से बदला जा सकता है| संवाद के द्वारा हम विश्वास की कमी को दूर कर सकते हैं | हम इन टकरावों के दोषी और पीड़ितों के घाव आंतरिक शान्ति द्वारा भर सकते हैं| इन सभी कार्यों को एक साथ करके हम विश्व शान्ति को वास्तविकता बना सकते हैं|
गुरुदेव ने खुद और स्वयंसेवकों द्वारा, संवाद और रणनीतिक हस्तक्षेपों के माध्यम से शान्ति को बढ़ावा देने के लिए सरकार के कई स्तरों को शामिल किया है| आर्ट ऑफ़ लिविंग और इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर ह्यूमन वैल्यूज़ ने हज़ारों उग्रवादियों, सशस्त्र विद्रोहियों, युद्ध से पीड़ित लोगों, युद्ध के दिग्गजों, शरणार्थी शिविरों और यहाँ तक की जंगल के अंदरूनी हिस्सों में सशस्त्र संगठनों को तनाव राहत एवं आघात राहत कार्यक्रमों द्वारा आंतरिक शान्ति पहुंचाई है|
हमारे हस्तक्षेप के कारण कई उग्रवादियों और सशस्त्र विद्रोहियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिससे लम्बे समय से चल रहे टकरावों का अंत हुआ है, और टकराव से पीड़ित व्यक्ति नया जीवन शुरू करने में सक्षम हुए हैं|
मिल्लेनियम वर्ल्ड पीस सम्मिट, संयुक्त राष्ट्र, न्यू यॉर्क, संयुक्त राज्य, अगस्त 2000
मै एक उग्रवादी संगठन का ज़िला कमांडर था| मै हर समय अपने साथ बन्दूक लेकर चलता था | मैं ठीक से सो नहीं पाता था क्योंकि मैं चिंता और अपराधबोध से घिरा हुआ था| मुझे नींद की गोलियों का सहारा लेना पड़ता था| आर्ट ऑफ़ लिविंग का कार्यक्रम करने के बाद मै यह समझा कि मै अब तक क्या कर रहा था और फिर मैंने हिंसा का मार्ग छोड़ दिया| मेरा जीवन बदल गया है|"
-पूर्व उग्रवादी
रणनीति
हम एक बहुस्तरीय रणनीति का पालन करते हैं जिसमें निम्नलिखित घटकों का संयोजन शामिल है:
आवश्यकताओं की आपूर्ति करना: आपातकालीन स्थिति में हम ज़रुरत के आधार पर तत्काल सहायता पहुंचाते हैं| उदाहरण के लिए भोजन, आश्रय और दवाएं|
आंतरिक शांति लाना: हम टकराव में शामिल हितधारकों को आघात-राहत और तनाव राहत प्रशिक्षण प्रदान करते हैं|
बहु-समूह संवाद: आर्ट ऑफ़ लिविंग कईं हितधारकों और गुटों के बीच संवाद करवाता है|
समुदाय बनाना: स्थानीय नीति और परिवर्तन एजेंट को प्रेरणा दी जाती है जिससे वे लोगों को एक दूसरे का समर्थन और मदद करने के लिए प्रेरित करते हैं|
प्लेटफार्म का निर्माण: स्थिति के बारे में जागरूकता पैदा करके सम्मलेन, बड़े थिंक-टैंक और बाहरी समर्थन संचित किया जाता है|
हमारी रणनीति में यह सब शामिल है:
आपात स्थिति में
आपात स्थिति में
आवश्यक वस्तुएं पहुँचाना
आघात और तनाव राहत कार्यक्रमों
हितधारकों और गुटों
हितधारकों और गुटों
के बीच बहु-समूह संवाद
Local community building
प्लेटफार्म के निर्माण-
सम्मलेन, बड़े थिंक-टैंक और बाहरी समर्थन के द्वारा
प्रभाव
यू.पी.एल.ए (यूनाइटेड पीपल्ज लिब्रेशन आर्मी), उत्तर पूर्व भारत की एक उग्रवादी संगठन है, ने एक तरफा युद्ध विराम की घोषणा की (2018)
तनाव राहत प्रशिक्षण कार्यशालाओं और सरकार और यू.पी.एल.ए के बीच संवाद के द्वारा, 150 सदस्यीय समूह ने 2018 में एक तरफा युद्धविराम की घोषणा की|
फार्क, कोलंबिया में एक 50 वर्षीय गुरिल्ला समूह ने सरकार के साथ शान्ति समझौते पर हस्ताक्षर किया (2016)
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर ने फार्क नेताओं और कोलंबियन सरकार के बीच शांति प्रक्रिया को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी| और पढ़ें
मणिपुर में 68 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया, 2017
आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों के कई उग्रवादी संगठनों तक पहुँचने के वर्षों के प्रयास से 11 संगठनों के 68 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया|
विविधता में ताकत : उत्तर पूर्व स्वदेशी जन सम्मलेन 2017
आर्ट ऑफ़ लिविंग ने इस क्षेत्र के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पूर्व में हथियार उठाने वालों सहित उत्तर पूर्व के विभिन्न समूहों को सम्मलेन के लिए बुलाया| और पढ़ें
पैगाम-ए-मोहब्बत, 2017
आर्ट ऑफ़ लिविंग कईं वर्षों से आतंकवादियों के सुधार के लिए और जम्मू और कश्मीर में शान्ति लाने के लिए काम कर रहा है| कई आतंकवादियों ने अतीत में हथियारों का समर्पण किया है| पैगाम-ए-मोहब्बत शहीद सुरक्षाकर्मियों के परिवार के सदस्यों, क्रॉस-फायरिंग से पीड़ित व्यक्तियों और मारे गए आतंकवादियों के लिए एक सुलह करने का कार्यक्रम था| और पढ़ें
16000 से ज्यादा युद्ध प्रभावित बच्चों को आघात-राहत प्रशिक्षण दिया गया, 2016-2019
जॉर्डन और लेबनान में हजारों युद्ध प्रभावित बच्चों को आघात रहत प्रशिक्षण दिया गया है जिससे वे अब भावनात्मक रूप से ठीक हो रहे हैं| और पढ़ें
गुरुदेव ने कई टकरावों में संवाद करवाया है जैसे की असम दंगे (2012), अमरनाथ भूमि विवाद (2008), गुज्जर आन्दोलन (2008) और यहाँ तक की 2001 का नक्सली हमला| हर बार गुरुदेव ने विरोधी पक्षों में समझौते के लिए संवाद कराया है|
उग्रवादी युवायों का पुनर्वास
तनाव-राहत प्रशिक्षण के द्वारा 700 पूर्व- उल्फा उग्रवादियों का पुनर्वास किया गया है| इसके साथ बिहार, झारखण्ड, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश से उग्रवादियों ने आर्ट ऑफ़ लिविंग कार्यक्रमों में भाग लिया और हथियारों का समर्पण किया|
इराक का पुनर्निर्माण
सितम्बर 2003 से आर्ट ऑफ़ लिविंग ने युद्धग्रस्त इराक के पुनर्निर्माण में योगदान दिया है| इराक में शांति पहल के दो प्रमुख मिशन हैं: तनाव से उभरने के लिए तनाव राहत तकनीक प्रदान करना और समुदाय को मज़बूत बनाने में मदद करना|
अन्य क्षेत्रों में हमारे कार्य
टकराव के क्षेत्रों में संघर्ष कम करने का काम
- ओस्सेटिया (अगस्त 2008)
- आइवरी कोस्ट और केमेरून (2007)
- इराक (सितम्बर 2003)
- लेबनान और इजरायल के बीच युद्ध (जुलाई 2006)
- इजरायल (2004)
- कोसोवो (2002)
- अफगानिस्तान (फरवरी 2002-जून 2006)
आतंकवादी हमलों के बाद आघात-राहत
- बौल्टिमोर दंगे (2015)
- फेर्गयुसन दंगे (2014)
- मुंबई में 26/11 के हमले के बाद आघात राहत (2008)
- वेर्जीनिया टेक कैंपस शूटिंग, संयुक्त राज्य (अप्रैल 2007)
- 9/11 आतंकी हमला, संयुक्त राज्य (सितम्बर 2001)
- सुब-अर्बन रेलवे बम विस्फोट, मुंबई (जुलाई 2006)
- लन्दन सबवे विस्फोट, यूनाइटेड किंगडम (जुलाई 2005)
- आतंकी हमला, मैड्रिड, स्पेन
- स्कूल होस्टेज क्राइसिस, बेस्लन, रूस (सितम्बर 2004)
- सांप्रदायिक दंगे, गुजरात (2002)
ईराक के संकर हिल्स रिलीफ कैंप में यज़ीदियों के बीच गुरुदेव
गुरुदेव ने जम्मू और कश्मीर, भारत में युवाओं के साथ बात-चीत की
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